थीर जल के झील में ना फेंक कोई कंकरी ,
चंचला हो जायेगी जल में छिपी जल की परी।
बात छोटी है , मगर ,हल्के में लेना तुम नहीं ,
एक चिंगारी से ही जल सकती है पूरी मही।
ओ दीवानों प्रेम के , तुम होश में रहना जरा ,
प्यार के दुश्मन बहुत हैं , पढ़ रहे चेहरा तेरा।
हर ख़ुशी , हर दर्द में , आंसू छलकते आँख से ,
प्यार की हर बात होती , आँख की है आँख से।
मन की लहर पर , याद की कश्ती न रखना तुम कभी ,
जाने कब लहरें बहा ले जायेंगी मझधार में।
डूब जाने को समंदर की जरूरत है नहीं ,
हमने देखा है , किनारे पर सफ़ीना डूबते।
तुम चले जाओ कहीं भी , याद रखनी बात यह ,
टूट कर पत्ता नहीं जुड़ता कभी भी शाख से।
चंचला हो जायेगी जल में छिपी जल की परी।
बात छोटी है , मगर ,हल्के में लेना तुम नहीं ,
एक चिंगारी से ही जल सकती है पूरी मही।
ओ दीवानों प्रेम के , तुम होश में रहना जरा ,
प्यार के दुश्मन बहुत हैं , पढ़ रहे चेहरा तेरा।
हर ख़ुशी , हर दर्द में , आंसू छलकते आँख से ,
प्यार की हर बात होती , आँख की है आँख से।
मन की लहर पर , याद की कश्ती न रखना तुम कभी ,
जाने कब लहरें बहा ले जायेंगी मझधार में।
डूब जाने को समंदर की जरूरत है नहीं ,
हमने देखा है , किनारे पर सफ़ीना डूबते।
तुम चले जाओ कहीं भी , याद रखनी बात यह ,
टूट कर पत्ता नहीं जुड़ता कभी भी शाख से।
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