Thursday, December 31, 2015

तुम मेरे पास चली आना ,

ये दिल उदास जब हो जाये  ,
नहीं कोई राह नजर आये ,
तुम मेरे पास चली आना ,
अपनी कहना ,मेरी सुनना।

जग की दो रंगी नीति यहाँ ,
इन पर विश्वास नहीं करना ,
अपने मन की बातें सुनना ,
अपने मन की बातें करना।

मन की अपने मन में रखना ,
दिल के सब जख्म छुपा रखना ,
न बात कोई लब पर लाना ,
ना आँखों में आँसू लाना।

तेरे अश्कों की भाषा को ,
क्या जग समझेगा नादां है ,
जो बात किसी से कह न सके ,
दिल में वो बात सँजो रखना।

न जाने " तरुण " कब बात वही ,
रौशन तेरी दुनियाँ कर जाए ,
यादों के चिरागों को न बुझा ,
ये शमां जलाये ही रखना। 

Friday, December 18, 2015

मैं हवा का एक झोंका

मैं हवा का एक झोंका ,
मुँह न मुझसे फेरो तुम ,
प्रणय के इस मास में प्रिय  ,
गेह लो बाँहों में तुम।

पल दो पल की जिन्दगी है ,
पल दो पल का है मिलन ,
एक पल ठहरूँ न ठहरूँ ,
आ भी जा मेरे सनम।

चाँद की किरणें सुहानी ,
आज पूनम रात की ,
एक पल बैठो मेरे संग ,
कर लो बातें प्यार की।


आज दिल की बात कह लो ,
आज दिल की बात सुन लो ,
फिर क्या जाने आज का पल ,
लौट कर आये न कल।

है नहीं मनुहार का पल ,
बस यही एक प्यार का पल ,
आ गले मिल जायें हम - तुम ,
भूल कर सब द्वंद हम।

मैं हवा का एक झोंका   ..