Thursday, July 28, 2016

चलो चलो हम पेड़ लगायें

चलो चलो हम पेड़ लगायें ,
हरा - भरा संसार बनायें ,
कुसुम खिले पर्वत पर्वत पर ,
नदियाँ सब जल से भर जायें।

जब वर्षा की ऋतु आ जाये ,
घन भी बरस - बरस कर जाये ,
खेत और खलिहानों में अब  ,
पौध धान की हैं  मुस्काये।

खुशहाली जग में छा जाये ,
तुम मुस्काओ , हम मुस्कायें ,
शुद्ध हवा में साँस ले सकें ,
पेड़ लगायें , पेड़ लगायें।

चलो चलो हम पेड़ लगायें,
हरा - भरा संसार बनायें।