Friday, May 15, 2020

मैं ' सच ' बेच रहा हूँ

      ( 1  )
मैं  ' सच ' बेच रहा हूँ ,
बोलो , खरीदोगे ?
मँहगा नहीं है ,
बहुत सस्ता है ,
क्योकि ,  ' झूठ '
' सच 'से ज्यादा टिकाऊ है।
              ( 2 )
खुद के तलवे लगे जो जलने ,
मुझमें भाव दया का आया ,
नाव डूबने लगा जो अपना ,
मल्लाहों का याद हो आया ,
वरना ये तो सब अछूत हैं ,
कह कर इनको दूर भगाया।