एक साल की उपलब्धि का कैसे करूँ बखान
अलग - अलग नेताओं के अलग - अलग हैं बयान ।
सचमुच में ही हुई तरक्की हे मेरे सरकार
राजधानी के चौराहों का हुआ बहुत विस्तार ।
हुआ बहुत विस्तार , कई सड़कों को तोड़ा
सिवर लैन के नाम पर , सड़कों पर पत्थर छोड़ा ।
मोहनजोदरो द्रृश्य का करें यहीं अवलोकन
बंद और हड़ताल से खुश , जनता और प्रशाशन ।
हुई तरक्की राज्य की ,मुँह क्यों रहे विचकाय
सस्ती हुई शराब है , पियो मेरे गुड ब्वाय ।
जीने का असली मजा है शराब में भाई
पियो और पिलाओ सबको , भूल जाओ मंहगाई ।
( एक व्यंग्य )
अलग - अलग नेताओं के अलग - अलग हैं बयान ।
सचमुच में ही हुई तरक्की हे मेरे सरकार
राजधानी के चौराहों का हुआ बहुत विस्तार ।
हुआ बहुत विस्तार , कई सड़कों को तोड़ा
सिवर लैन के नाम पर , सड़कों पर पत्थर छोड़ा ।
मोहनजोदरो द्रृश्य का करें यहीं अवलोकन
बंद और हड़ताल से खुश , जनता और प्रशाशन ।
हुई तरक्की राज्य की ,मुँह क्यों रहे विचकाय
सस्ती हुई शराब है , पियो मेरे गुड ब्वाय ।
जीने का असली मजा है शराब में भाई
पियो और पिलाओ सबको , भूल जाओ मंहगाई ।
( एक व्यंग्य )