मैं गीत लिखूँ ,
तुम गा दो ,
मैं छेरुं वीणा तार ,
प्रिय तुम स्वर दो ,
मैं टेरूं वंशी पर ऊँगली ,
तुम गीतों में सरगम दो ,
इस विरह मिलन के जीवन को ,
प्रिय मधुर नेह से भर दो ।
मैं गीत लिखूँ ,
तुम गा दो ................
तुम गा दो ,
मैं छेरुं वीणा तार ,
प्रिय तुम स्वर दो ,
मैं टेरूं वंशी पर ऊँगली ,
तुम गीतों में सरगम दो ,
इस विरह मिलन के जीवन को ,
प्रिय मधुर नेह से भर दो ।
मैं गीत लिखूँ ,
तुम गा दो ................