Thursday, October 31, 2013

मैं हवा का एक झोंका

मैं हवा का एक झोंका
मुँह न मुझ से फेरो तुम ।

पल दो पल की  जिंदगी ,
पल दो पल का है मिलन ,
एक पल ठहरूं न ठहरूं
आ भी जा मेरे सनम  ।

चाँदनी कितनी सुहानी
आज पूनम रात की ,
एक पल बैठो मेरे संग
तुम ह्रदय की रागिनि ।

आज दिल की बात कह लो
आज दिल कि बात सुन लो ,
फिर न जाने आज का पल
लौट कर आये न कल  ।

है नहीं मनुहार का पल
बस यही एक प्यार का पल ,
आ गले मिल जाएँ हम - तुम
भूल कर सब द्वंद्व हम ।