Sunday, March 28, 2021

फागुन का उपहार

आया है रस -रंग ले , होली का त्यौहार ,

विविध रंगों का मेल है ,फागुन का उपहार ,

प्रीत और अनुराग का , बरसै आज फुहार ,

रंग प्यार का घोल कर , करें आज बौछार ,

ऐसो रंग को डारियो , खुशियां मिले हजार।  

विजय कुमार सिन्हा " तरुण "

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