मैं नन्ही सी चिड़िया हूँ ,
रोज सवेरे जगती हूँ ,
चूँ -चूँ कर के गाती हूँ ,
मीठे गीत सुनाती हूँ ,
सूरज को जगाती हूँ।
तुम भी आओ बाग़ में ,
घूमो मेरे साथ में ,
संग तुम्हारे घूमूँगी,
संग तुम्हारे नाचूँगी ,
छम - छमा , छम ,छम ।
रोज सवेरे जगती हूँ ,
चूँ -चूँ कर के गाती हूँ ,
मीठे गीत सुनाती हूँ ,
सूरज को जगाती हूँ।
तुम भी आओ बाग़ में ,
घूमो मेरे साथ में ,
संग तुम्हारे घूमूँगी,
संग तुम्हारे नाचूँगी ,
छम - छमा , छम ,छम ।
sundar baal rachna hai ...
ReplyDeleteBahut - bahut Dhanyvad.Yah baalgeet maine apne nanhe pote ke liye
Deletelikha hai.