वो बचपन की यादें , वो बचपन की बातें ,
मेरे दिल में चुभती , वो किस्सों की रातें ।
कभी तो लिपटना , कभी काँधे चढ़ना ,
बहुत याद आती , शरारत की बातें ।
नहीं भूली हूँ मैं , वो , दादी की बातें ,
वो बचपन की यादें , वो बचपन की बातें ।
मेरे दिल में चुभती , वो किस्सों की रातें ।
कभी तो लिपटना , कभी काँधे चढ़ना ,
बहुत याद आती , शरारत की बातें ।
नहीं भूली हूँ मैं , वो , दादी की बातें ,
वो बचपन की यादें , वो बचपन की बातें ।
लोरी सुना कर मुझको रिझाना ,
दे कर के थपकी मुझको सुलाना ,
सपनों के परियों के किस्से सुनाना ,
कभी बादलों की , कभी पँछियों की ,
बहुत सारे किस्से उनका सुनाना।
ऊँगली पकड़ मेरा , मुझको घुमाना ,
पल-पल मेरी बलैयां ले लेना ,
बुरी नजरों से भी , मुझको बचाना ,
जरा मेरे रोते , सीने से लगाना ,
सीने से लगा कर , मुझे प्यार करना ,
ढेरों खिलौने दे कर बहलाना ,
वो दादी का प्यारा सा सुन्दर सा मुखड़ा ,
बहुत याद आती , बहुत याद आती ,
बहुत याद आती है दादी की बातें।
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