Wednesday, April 8, 2015

साथी तुम देना सब साथ रे ….. ( बाल- गीत )

सूरज जो ढल जायेगा ,
अँधियारा घिर आयेगा ,
तारों की आयेगी बारात रे ,
हो,चँदा से होगी मुलाक़ात रे. .....

आँखों में निंदिया आये ,
निंदियों में सपने आये ,
सपनों में परियों की बारात रे ,
हो ,ख़ुशियों की बाँटे सौगात रे........

रेशम के रथ पर सज कर ,
सूरज पूरब से आये,
भागेगा अब तो काली रात रे ,
हो ,उतरेगा नभ से सुप्रभात रे  ........

कलियाँ खुशबू बिखराये ,
चिड़ियाँ चह - चह कर गाये ,
मन की बतलाये अपनी बात रे ,
हो , जीवन खुशियों की सौगात रे  ……

आओ हम मिल कर गायें ,
मेहनतकश हम बन जाएँ ,
आलस को देंगे हम सब मात रे ,
हो, साथी तुम देना सब साथ रे   ….... ( बाल- गीत  )

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