( १ )
भालू बोला यम - यम - यम ,
बारिश बरसा झम -झम -झम ,
नदियाँ अब भर जायेंगी ,
साथ मछलियाँ लायेंगी ,
ढेर मछलियाँ लायेंगे ,
दावत खूब उड़ायेंगे।
(२ )
घोड़ा बोला हिन् -हिन् -हिन् ,
बारिश बरसा झिम-झिम-झिम ,
हरियाली छा जायेगी ,
हरी घास उग आयेगी ,
छक कर घास चबायेंगे ,
हम तो मौज मनायेंगे ।
(३)
बंदर बोला खें -खें -खें ,
बारिश बरसा झर -झर -झर ,
काँप रहे हैं हम थर-थर-थर ,
आ जायेगा मुझे बुखार ,
दौड़ के लाओ कंबल चार।
(४)
बोली गिलहरी टिक-टिक -टिक ,
बारिश बरसा टिप-टिप -टिप ,
टपक रहा घर मेरा यार ,
सह न सका बूँदों की मार ,
जल्दी से मिस्त्री बुलाओ ,
मेरे घर को तुरंत बनाओ।
(५)
चिड़िया बोली चीं -चीं -चीं ,
बारिश का मौसम है जी ,
वर्षा होने से पहले ,
दाने कुछ चुन लायें जी ,
शाम ढ़लने से पहले ही ,
लौट हमें है आना जी।
( ६ )
मेंढक बोला टर -टर -टर ,
बरसा पानी टिपर-टिपर ,
बोली मेंढकी ढम्मक -ढम ,
बड़ा सुहाना है मौसम ,
कोई गाना गाओ जी ,
मेरा दिल बहलाओ जी ,
मेंढक बोला आता हूँ ,
टर -टर -टर टर्राता हूँ।
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