Wednesday, May 9, 2012

अम्बियाँ




तेज    हवा  के   झोकों   से 
डाल    से  टूट   कर 
गिर   जाती   हैं 
अम्बियाँ   ज़मीन  पर  
जिसे  देख   , 
बच्चे  दौड़ते   हैं  बीनने  ,
उनकी  हथेलियों  में 
कुछ  ही अम्बियाँ   समा  पाती  हैं  ,
तभी ,
आती  हुई  कड़क  आवाज  से 
भयभीत   हो  जाते   हैं   बच्चे 
और 
हथेलियों  से  फिसल  जाती  हैं 
अम्बियाँ       ।
खाली  हाथ   लिये       
भाग   कर  दूर  खड़े  होते  हैं  ,
दूर  से  गिरी  हुई 
अम्बियों   को  देखते  हैं    ।
देखते  हैं  कि  ,
वही   कड़क  आवाज  वाला  हाथ 
अम्बियों  को  बीन   रहा    है  ,
बच्चे   सोचते  हैं 
शायद  ,  इसके  घर   भी 
केवल   रोटी   बनी   होगी   ,
अम्बियों  को  छील  काट  कर 
नमक  , मिर्च  लगा  कर 
रोटी   को  धकेल   लेगा 
अपने   भूखे    पेट    में ...................

   नोट :- कादम्बिनी  ( मासिक पत्रिका ) माह अगस्त - 2015 में  प्रकाशित।

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