एक लड़की नटखट सी , नन्ही सी पर चँचल सी ,
दूर देश से आई है , याद पुरानी लाई है ,
बात बहुत कम करती है , खुद में खोई रहती है ,
अब शब्दों को चुगती है , मन ही मन कुछ बुनती है।
दूर देश से आई है , याद पुरानी लाई है ,
बात बहुत कम करती है , खुद में खोई रहती है ,
अब शब्दों को चुगती है , मन ही मन कुछ बुनती है।
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