Sunday, August 9, 2015

आइसक्रीमवाला

देखो, आइसक्रीमवाला आया ,
लाल - पीले ठेलियों में ,
रंग  - बिरंगे आइसक्रीम लाया ,
देखो आइसक्रीमवाला आया।

मैले - कुचैले कपड़ों में भी ,
यह लगता है सबको प्यारा ,
क्योंकि इसके आ जाने से ,
गर्मी से  मिलता छुटकारा।

जहाँ कहीं ये रुक जाता है ,
वहीँ पे मेला लग जाता है ,
बच्चे ,बूढ़े ,दादी ,नानी ,
सभी के मन को यह भाता है।

खुद गर्मी में घूम - घूम कर ,
औरों को राहत पहुँचाता ,
अपने अंदर की बेचैनी ,
कभी नहीं है , वह बतलाता।

सभी के तन -मन की गर्मी को ,
आइसक्रीम से दूर भगाता ,
पर खुद गर्मी से बचने को ,
कभी नहीं वह आइसक्रीम खाता।
                
क्योंकि , उसके तन - मन से ज्यादा ,
धधक रही है पेट की ज्वाला ,
इस ज्वाला की जलन मिटाने ,
वह , दिन भर फिरता मारा - मारा।
                   
                            ------  मंजु  सिन्हा  ।



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