गम न कर , आँसू न बहा ,
ये वक़्त है , गुजर जायेगा ,
दिल के जख्में न गिन ,
ये भी भर जायेगा ,
बस इन्तजार कर ,
तू प्रात का ,
तम भी ये कट जायेगा ,
सूरज जरूर आयेगा।
काल है , कराल है ,
संक्रमण का काल है ,
मुँह बन्द रख , मुँह बन्द रख ,
यह भी चला जायेग।
है हवाओं में जहर ,
दूरियाँ बना ले तू ,
पास वह न आयेगा ,
खुद ही चला जायेगा।
रावणी दर्प है ,
है अट्टहास कंस का ,
कर आह्वान कृष्ण का ,
सब फ़ना हो जायेगा।
ये वक़्त है , गुजर जायेगा ,
दिल के जख्में न गिन ,
ये भी भर जायेगा ,
बस इन्तजार कर ,
तू प्रात का ,
तम भी ये कट जायेगा ,
सूरज जरूर आयेगा।
काल है , कराल है ,
संक्रमण का काल है ,
मुँह बन्द रख , मुँह बन्द रख ,
यह भी चला जायेग।
है हवाओं में जहर ,
दूरियाँ बना ले तू ,
पास वह न आयेगा ,
खुद ही चला जायेगा।
रावणी दर्प है ,
है अट्टहास कंस का ,
कर आह्वान कृष्ण का ,
सब फ़ना हो जायेगा।
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